हम चाहते ही नहीं मोहब्बत हो जाए (Hum chahte hi nahi ki mohabbat ho Jaye)
जो नींद ना आएगी तो चेहरे पर असर आएगा,
तू मिलने ना आए मुझसे ऐसी नौबत ही क्यों आए,
जिसने वास्ता नहीं उनसे अदावत(दुश्मनी ) होगी,
हम सह जाएंगे तुम ना सह पाओगे,
समझाएंगे घरवाले तो मुझसे खफा हो जाओगी,
तुम हो जाओ बेवफा ऐसी नौबत ही क्यों आए,
शाम को ताने देंगे कुछ लोग,
पूछेंगे घरवाले तो क्या बताओगी,
सोचकर दिन की बातों को मुस्कराओगी,
चिड़चिड़ी हो जाओगी जब दोस्त चिढ़ाएंगे,
एक दिन इन हरकतो से तुम उकता जाओगी,
तुम ठुकराओ हमें ऐसी नौबत ही क्यों आए,
Hum chahte hi nahi ki mohabbat ho Jaye Instagram- video Reels Click Now
टूट जाएगा जब घरवालों से रिश्ता,
अंजान शहर में ये बुखार भी मर जाएगा,
बुलाएंगे घरवाले तो अपने घर लौट जाओगी,
हम पर आएगा तुम्हें बहकाने का इल्जाम,
फंस जाएंगे हम जमाने के चक्कर में,
फिर तू अपने बयान से पलट जाएगी,
उम्र गुजरे जेल में ऐसी नौबत ही क्यों आए,
अपने घरवालों को समझाओगी कैसे,
चारों तरफ से तन्हाईयां घेर लेंगी,
प्यार अपने पति का सच्चा ना लगेगा,
फिर से खत्म कहानी की शुरूआत करोगी,
जानता हूं फिर से वो कमाल करोगी,
तुम इस्तेमाल करो हमें, ऐसी नौबत ही क्यों आए,
जमाने से छुपकर प्यार भी करना होगा।
तुझको तकने लगेगी दुनिया की नजरें,
मुझ पर रहने लगेंगी दुनिया की नजरें ।
देखना तुम यह समझौता कर लोगी,
हमें छोड़कर इश्क दूसरा कर लोगी ।
वह तुम्हें मिल जाएगा तुम खूबसूरत हो,
ख्वाहिश हो, सबकी हसीन सूरत हो ।
आहिस्ता आहिस्ता तेरी उम्र खफा हो जाएगी,
तेरी मोहब्बत भी फिर बेवफा हो जाएगी।
उसकी बात करने का ढंग बदल जाएगा,
तेरी जुल्फों का जब रंग बदल जाएगा।
याद कर हमें पछताओगी बहुत,
सदायें दोगी चीखोगी चिल्लाओगी बहुत ।
बिताने आओगी जिंदगी का किनारा हमारे साथ,
जवानी किसी के साथ बुढ़ापा हमारे साथ।
तुम मिलो बुढ़ापे में ऐसी नौबत ही क्यों आए,
हम चाहते ही नहीं मोहब्बत हो जाए ।
रोकना पाओगी ये लगातार बढ़ेगी ।
खुद से जो होती है लड़ाई छूट जाएगी,
अरे मेरी जान पढ़ाई पर ध्यान दो पढ़ाई छूट जाएगी ।
खुद तुमसे छीन लेगा यह अधिकार तुम्हारा,
तुम्हें जिद्दी बना देगा यह प्यार तुम्हारा।
फूल तुम्हारी चाहत के खिल नहीं पाएंगे,
अरे हम तो फकीर हैं तुम्हें मिल नहीं पाएंगे ।
फिर भी कहां खत्म कहानी की शुरुआत करोगी,
मिलने ना सही मगर फोन पर बात करोगी।
जानता हूं तुम फिर से वही कमाल करोगी,
हमें अपने लिए इस्तेमाल करोगी ।
तुम इस्तेमाल करो ऐसी नौबत ही क्यों आए,
हम चाहते ही नहीं मोहब्बत हो जाए ।
- Use kaise bhul jaye hum shayri
- मेरी जान तू मेरा गुरूर है
- इश्क नजर आता नहीं
- तू साथ नहीं है मेरे
- इश्क का इजहार नहीं किया
यदि आपके मन में इस पोस्ट को लेकर कोई भी समस्या हैं या फिर आप अपने सुझाव देना चाहते हैं तो इसके लिए आप नीच comments बॉक्स मे अपनी राय लिख सकते हैं ।
ये 5 शायरी की किताबें जिन्हे आप खरीद सकते हैं ।
Related Keywords–
Hum chahte hi nahi ki mohabbat ho jaye Lyrics in Hindi, Ham chahte hi nahi ki mohabbat ho jaye Lyrics, Hum chahte hi nahi ki mohabbat ho Jaye Status, Ham chahte hi nahi ki mohabbat ho jaye shayari, Hum chahte hi nahi ki mohabbat ho jaye mp3 download, Hum chahte hi nahi ki mohabbat ho jaye video download, Hum chahte hi nahi ki mohabbat ho jaye video, Mohan Muntazir shayari
(करोगी मोहब्बत तो चेहरे पर उदासी छाएगी, करोगी मोहब्बत तो कुछ यू मोहब्बत होगी, करोगी मोहब्बत तो रोज मुलाकत होगी, करोगी मोहब्बत तो घर भी छोड़ना होगा, करोगी मोहब्बत वो रात भी आएगी, करोगी मोहब्बत तो इजहार भी करना होगा, करोगी मोहब्बत तो धड़कनों की रफ्तार बढ़ेगी)
4 thoughts on “बेहतरीन 7 शायरी, करोगी मोहब्बत तो रोज मुलाकत होगी | Hum chahte hi nahi ki mohabbat ho Jaye , Mohan Muntazir shayari”